हाइड्रोजन एक उत्कृष्ट ऊर्जा स्रोत है जिसका उपयोग अगले कई दशकों में विश्व भर में बढ़ने की संभावना है। यह एक शुद्ध, असीमित, और आधुनिक ऊर्जा स्रोत है जो विभिन्न उद्योगों और उपयोगकर्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए संभवतः सर्वोत्तम है। भारत के लिए भी हाइड्रोजन एक महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत हो सकता है जो अर्थव्यवस्था को परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
भारत में हाइड्रोजन का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो सकता है, जैसे कि परिवहन, उत्पादन, और ऊर्जा उत्पादन। परिवहन क्षेत्र में, हाइड्रोजन फ्यूल सेल प्रौद्योगिकियों का उपयोग कारों, बसों, और ट्रकों में किया जा सकता है, जिससे वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है और ऊर्जा की आपूर्ति को सुरक्षित बनाया जा सकता है। उत्पादन क्षेत्र में, हाइड्रोजन का उपयोग उत्पादन प्रक्रिया में ऊर्जा स्रोत के रूप में किया जा सकता है, जिससे कारखानों और उद्योगों को प्रदान की जा सकती है। ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र में, हाइड्रोजन का उपयोग सौर ऊर्जा और पवनऊर्जा जैसे अन्य अविकसित स्रोतों के साथ ऊर्जा संचार के लिए किया जा सकता है।
हाइड्रोजन का उपयोग भारतीय अर्थव्यवस्था को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है। पहले तो, यह आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित और स्थिर बनाने में मदद कर सकता है। हाइड्रोजन एक असीमित स्रोत है, और यह बारिश या धूप के आधार पर प्राप्त किया जा सकता है, जिससे इसकी संपत्ति का अनंत स्रोत है। दूसरे, यह एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है जो वायु प्रदूषण को कम कर सकता है और भारत को अपने पर्यावरण की दिशा में आगे बढ़ा सकता है। तीसरे, हाइड्रोजन के उपयोग से विभिन्न उद्योगों को ऊर्जा उत्पादन में स्थिरता मिलती है, जिससे वे अपने उत्पादन प्रक्रिया को सुधार सकते हैं और अपनी लागतों को कम कर सकते हैं।
हाइड्रोजन का उपयोग भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विभिन्न लाभ प्रदान कर सकता है। पहले तो, यह ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ा सकता है और ऊर्जा संकटों का सामना करने में मदद कर सकता है। भारत का ऊर्जा मांग लगातार बढ़ रहा है, और हाइड्रोजन एक संवेदनशील और स्थायी ऊर्जा स्रोत है जिसे बड़े पैमाने पर उत्पन्न किया जा सकता है। दूसरे, हाइड्रोजन के उपयोग से निर्माण और उत्पादन सेक्टर में इंजीनियरिंग और नवाचार को प्रोत्साहित किया जा सकता है, जो नौकरियों के स्तर को बढ़ा सकता है और अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकता है। तीसरे, हाइड्रोजन ऊर्जा की दिशा में भारत के प्रयास दुनिया भर में आगे बढ़ा सकते हैं, जो इसे एक विश्वस्तरीय ऊर्जा खिलाड़ी बना सकता है।
हाइड्रोजन के उपयोग के लिए भारत में विकसित राज्यों में प्रोजेक्ट और नीतियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। सरकार को नीतियों को विकसित करने और हाइड्रोजन परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने की आवश्यकता है, ताकि हम आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ा सकें और अपने ऊर्जा संकटों का सामना कर सकें। साथ ही, नवाचार और तकनीकी उन्नति को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश करने की भी आवश्यकता है, ताकि हम हाइड्रोजन के उपयोग में और अधिक प्रभावी और अधिक सस्ते तरीके से उत्पादन कर सकें।
सन 2021 में हाइड्रोजन फ्यूल एक उभरता हुए सितारे के रूप में सामने आया है | इस नए तंत्रज्ञान को अवगत कर उन्नति की ओर राह चलने के लिए हर एक व्यक्ति इच्छुक है |
हाइड्रोजन क्या है ?
हाइड्रोजन एक गंधहीन ज्वलनशील रासायनिक पदार्थ है | हाइड्रोजन H इस अक्षर से दर्शाया जाता है | पानी एक हाइड्रोजन का मुख्य स्त्रोत है | पानी हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का संयुग है | पृथ्वी का 71% सतह पानी से व्याप्त है| 71% में 97% पानी समंदर का पानी है और 3% पानी ही मीठा पानी है | पानी मानव जीवन श्रृंखला में अहम घटक है |
ऊर्जा क्षेत्र में हाइड्रोजन एक महत्वपूर्ण घटक है | हाइड्रोजन ऊर्जा का उत्पादन पूरे विश्व में अब गति लेने लगा है| विश्व में कई सारे राष्ट्रों ने हाइड्रोजन ऊर्जा का स्त्रोत बनाने का कार्य शुरू किया है| दुनियाभर में स्वच्छ ऊर्जा, हरित ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा का बोलबाला है | अनेक राष्ट्रों ने 2030 तक, स्वच्छ हरित ऊर्जा का इस्तेमाल करने का लक्ष्य रखा है |
अधिकांश राष्ट्रों ने तापमान नियंत्रण हेतु, हरित ऊर्जा का उत्पादन अधिक मात्रा में करने के लिए, नई तकनीकों का उपयोग करने का निर्धार किया है | इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, हाइड्रोजन विकास रोड मैप का होना बहुत महत्वपूर्ण है। हाइड्रोजन के विभिन्न प्रकार पीला हाइड्रोजन, ब्लू हाइड्रोजन, ग्रे हाइड्रोजन, ब्लैक हाइड्रोजन, ग्रीन हाइड्रोजन, पिंक हाइड्रोजन, व्हाइट हाइड्रोजन, ब्राउन हाइड्रोजन, टर्कोइज हाइड्रोजन होते हैं। प्रतिनिधित्व करने वाले रंग हाइड्रोजन बनाने की विधिअनुसार तथा कच्चे माल के स्रोतों का उपयोग इन मुद्दोंपर निर्भर होते है | आज देश को सही रास्ता और सही दिशा चुनने की जरूरत है ।
हाइड्रोजन के विभिन्न प्रकार
ग्रे हाइड्रोजन
जीवाश्म ईंधन स्रोत का उपयोग करके हाइड्रोजन का उत्पादन। प्राकृतिक गैस का उपयोग कर 700-1000 डिग्री सेल्सियस उच्च तापमान की अवस्था में मीथेन वायु का हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाता है । इस हाइड्रोजन उत्पादन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की ग्रीनहाउस गैसों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है |
ब्राउन हाइड्रोजन
गैसीकरण प्रक्रिया के माध्यम से लिग्नाइट कोयला से हाइड्रोजन का उत्पादन । लिग्नाइट कोयले से पहले सिनगैस बनाकर उसे हाइड्रोजन में परिवर्तित किया जाता है। इस गैस को ब्राउन हाइड्रोजन कहा जाता है।
ब्लैक हाइड्रोजन
गैसीकरण प्रक्रिया के माध्यम से बिटुमिनस कोयला से ब्लैक हाइड्रोजन का उत्पादन ।
पिंक (गुलाबी) हाइड्रोजन
विद्युतपघटन (इलेक्ट्रोलिसिस) प्रक्रिया पानी के अणुओं को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करती है। इस प्रक्रिया के लिए बिजली की जरूरत होती है। यदि बिजली का स्रोत परमाणु ऊर्जा है तो उत्पादित हाइड्रोजन गैस को गुलाबी हाइड्रोजन के रूप में निर्देशित किया जाता है।
येलो (पीला) हाइड्रोजन
विद्युतपघटन (इलेक्ट्रोलिसिस) प्रक्रिया पानी के अणुओं को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करती है। इस प्रक्रिया के लिए बिजली की जरूरत होती है। यदि बिजली का स्रोत सौर ऊर्जा है, तो इस तरह के हाइड्रोजन को पीले हाइड्रोजन के रूप में निर्देशित किया जाता है।
ग्रीन हाइड्रोजन
इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया पानी के विद्युतपघटन (इलेक्ट्रोलिसिस) प्रक्रिया अणुओं को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करती है। इस प्रक्रिया को बिजली की आवश्यकता होती है | यदि बिजली का स्रोत नवीकरणीय ऊर्जा है, तो इसे ग्रीन हाइड्रोजन के रूप में निर्देशित किया जाता है । यदि बायोमास गैसीकरण नियंत्रित प्रक्रिया के तहत कार्बन-नकारात्मक क्षमता के साथ हाइड्रोजन उत्पादन के लिए इस्तेमाल होती है, तो उत्पादित हाइड्रोजन को ग्रीन हाइड्रोजन भी कहा जाता है।
ब्लू हाइड्रोजन
यह हाइड्रोजन भाप सुधार प्रौद्योगिकी का उपयोग कर प्राकृतिक गैस से उत्पादित किया जाता है। इस प्रक्रिया में कार्बन कैप्चर और स्टोरेज जरूरी है। इस हाइड्रोजन का नाम ब्लू हाइड्रोजन है।
सफेद हाइड्रोजन
हाइड्रोजन प्राकृतिक रूप से भूमिगत जमा प्रक्रिया में फ्रैकिंग तकनीक द्वारा उपलब्ध है | सफेद हाइड्रोजन मेम्ब्रेन तकनीक द्वारा अलग किया जाता है।
टर्कोइज हाइड्रोजन
मिथेन पायरोलिसिस प्रक्रिया एक उप-उत्पाद के रूप में हाइड्रोजन और कार्बन का उत्पादन करती है| प्रक्रिया के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग कारण इसे इसे हरित गैसभी कहा जाता है|
क्या हाइड्रोजन भविष्य के लिए सही ईंधन है?
अर्थव्यवस्था शब्द सामाजिक समीकरण, उन्नति और संतुलित समाज रचना अदि विचार धाराओं से जुड़ित है | हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में सर्वप्रथम हमें हमारे उद्देश, ध्येय तथा लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है |
सबसे अहम सवाल, हमें हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था से क्या लक्ष्य प्राप्त करना है? हमें हमारा लक्ष्य तय करना होगा| हाइड्रोजन उत्पादन के तो कई सारे प्रकार है| हम तापमान नियंत्रण की समस्या से लड़ रहे हैं ऐसे समय पर हाइड्रोजन का उत्पादन कौन से तरीके से करें, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है|
इस समय विश्व में हाइड्रोजन का उत्पादन प्रमुखता खनिज द्रव्यों से किया जाता है जिसमें नेचुरल गैस का हिस्सा कुल ९६% है |
इस विधि से उत्पादित होने वाले हाइड्रोजन को नीला हैड्रोजन भी कहा जाता है| विश्व में कई सारे राष्ट्रों के पास खनिज तेल के खुद के स्त्रोत है, कोयले के भंडार है| वे सभी राष्ट्र इस समय, खनिज तेलों से और नेचुरल गैस से हाइड्रोजन का उत्पादन करके विश्व में निर्यात करने की योजना बना चुके हैं | मौजूदा व्यवस्था में थोड़ी सी पूंजी लगाकर वह हाइड्रोजन उत्पादन करके निर्यात करने की योजना बना रहे हैं|
वॉटर इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया में बिजली और पानी यह प्रमुख घटक होते हैं| बिजली के उपयोग से पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में अलग किया जा सकता है | इस प्रक्रिया को इलेक्ट्रोलिसिस कहते हैं| इस प्रक्रिया में उपयोग में लाने वाली बिजली यदि खनिज स्रोतों से बनाई गई है जैसे कि कोयला, नेचुरल गैस तो उसे हम हरित हाइड्रोजन नहीं कह सकते | विश्व में सर्वसाधारण बिजली उत्पादन अनैसर्गिक उत्पादक स्त्रोतों से किया जाता है | इस समय समस्त विश्व तापमान नियंत्रण की समस्या से जूझ रहा है | किसी भी तरह से बढ़ी हुए तापमान को नियंत्रित करना, प्रदूषण को नियंत्रित करना यह प्रमुख लक्ष्य है| हवा का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से कैसे कम कर सकते हैं यह प्रमुख उद्देश्य है| हमें हाइड्रोजन के उत्पादन के विषय में आश्वस्त और निश्चित होना है कि वह हाइड्रोजन पूर्णतः पर्यावरण पूरक है|
ग्रीन हाइड्रोजन भारत
हाइड्रोजन के स्रोत का प्रति परीक्षण करें।
हमें हाइड्रोजन निर्माण स्रोत की निगरानी करने की आवश्यकता है। केवल हरे स्रोत से ही हाइड्रोजन प्राप्त करने तय कर निर्माण स्रोतों का परिक्षण करें। अन्यथा, हाइड्रोजन के नाम पर, हम नए रैपर के साथ पुराना और घातक सामान प्राप्त हो सकता है । केवल ज्ञान और तकनीक के बिना पर्यावरण को हानी पहुँचाना ठीक नहीं है ।
निम्नलिखित महत्वपूर्ण घटकों पर ध्यान देने की आवश्यकता है,
- हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था एक बड़ा महत्वपूर्ण विषय है | यह कच्चे माल, उत्पादन, खपत, वितरण, पर्यावरणीय पहलुओं, रोजगार सृजन के स्रोत से संबंधित है | इस संदर्भ में उचित नियोजन पथदर्शी योजना का होना आवश्यक हैं |
- हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के रूप में वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, भंडारण, आपूर्ति श्रृंखला और खपत का उपयोग बाजारों की मांग और आपूर्ति अर्थशास्त्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता सकता है | इस हेतु हाइड्रोजन को वैश्विक बाजारों में स्वतंत्र रूप से प्रवाहित करने की अनुमति दी जाए |
- हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था महत्वपूर्ण सामाजिक घटक भी है | इसमें शिक्षा, किसान, उद्योग, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, आर्थिक विशेषज्ञ, प्रौद्योगिकी, किसान, नागरिक और सरकार सभी को शामिल होना जरुरी है |
किसान, कृषि, स्वच्छ हाइड्रोजन ऊर्जा अर्थव्यवस्था के वास्तविक प्रमुख तत्व हैं। रोजगार, सृजन और संतुलन पारिस्थिति किसी भी राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|
हाइड्रोजन एक महत्वपूर्ण और अनुप्रयोगी ऊर्जा स्रोत है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है, जो वायु प्रदूषण को कम करने और ऊर्जा संकटों का सामना करने में मदद कर सकता है। सरकार को नीतियों को बढ़ावा देने और तकनीकी उन्नति को प्रोत्साहित करने में निवेश करने की आवश्यकता है, ताकि हम हाइड्रोजन का सर्वोत्तम उपयोग कर सकें और भारत की ऊर्जा सुरक्षा और स्वतंत्रता को बढ़ावा दे सकें।
जय हिंद |
Do read Articles on Hydrogen Production, Hydrogen Mission, Green Hydrogen Fuel, Hydrogen Storage, Hydrogen from Agriculture Waste, Hydrogen Economy, Green Hydrogen Green Africa in English and about Author Abhijeet Shirke